जी-20 की मीटिंग से ठीक पहले ही टेरर फंडिग के खिलाफ ही एक एक्शन में NIA, और अब पुलवामा-शोपियां में पड़ी रेड…
नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी में लगातार ही हुए कई आतंकी संगठनों पर ये अपनी नजर रखे हुए है. जिनमें द रेसिस्टेंस फ्रंट, यूनाइटेड लिबेरेशन फ्रंट जम्मू एंड कश्मीर और अन्य भी नाम दाखिल किये गये हैं.
बता दे की, जम्मू-कश्मीर के पुलवामा और शोपियां के बहुत सारे अलग-अलग इलाकों में नेशनल इन्वेस्टिगेशन एंजेसी (NIA) ने अपने टेरर फंडिग के मामले में ही छापेमारी डालनी शुरू कर दी है. और अब ये कार्रवाई अगले ही हफ्ते में होने जा रही है. जी-20 मीटिंग के नज़र में भी ये की जा रही है, ताकि इसकी सुरक्षा में कोई भी चूक न हो सके. जी-20 मीटिंग के दौरान ही यहां पर एक बड़ी संख्या में विदेशी मेहमान भी यहाँ आये. और अब कई आतंकी संगठन भी इस वक्त एक्टिव बना हुआ है. जिसको लेकर ही एनआईए ने भी अब लगातार अपनी कार्रवाई करनी शुरू कर दी है.
बता दे की, इन कुछ इलाकों में लगातार ही आतंकी संगठनों की नजर बनी हुई है और अब पाकिस्तानी के कमांडर और हैंडलर्स ने भी यहां पर हमेशा से ही आतंक की साजिस बनी हुई रहती हैं. और इससे ठीक पहले ही 11 मई को एजेंसी ने अपना बारामुला में भी इसी तरीके की छापेमारी जारी की थी, जहां अब एनआईए में आतंकी साजिश को लेकर ही अब्दुल खालिक,जावेद अहमद धोबी और शोएब अहमद चूर के घर में भी अपनी छापेमारी जारी की थी.
एनआईए ने अपनी कई आतंकी संगठनों पर बनाई हुई है नजर
जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में आईईडी ने एक ब्लास्ट में पांच जवान भी शहीद हो गए थे. और इसके साथ ही एक जवान घायल भी हो गया था. इससे ठीक पहले भी आतंकियों के पूंछ में हमले के दौरान ही सेना के पांच जवानों की जान भी चली गई, बता दे की, यह घटना राजौरी ब्लास्ट के ठीक एक दिन पहले हुई थी. और अब एनआईए ने कोर्ट के आदेश अनुसार, तीन आरोपियों अब्दुल खालिक, जावेद अहमद धोबी और शोएब अहमद चूर के भी घर पर छापेमारी दर्ज की थी.
नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी में लगातार हुए कई आतंकी संगठनों पर अपनी नजर रखे हुए है. जिनमें से द रेसिस्टेंस फ्रंट, यूनाइटेड लिबेरेशन फ्रंट जम्मू एंड कश्मीर, मुजाहिदीन गजवत-उल-हिंद और अन्य नाम भी दाखिल किये गये. बता दे की, पिछले ही तीन सालों में इन कुछ आतंकी संगठनों ने कई बार हुए हमलों को अपना अंजाम भी दे दिया है. जिसके ठीक बाद ही अब दोबारा एनआईए ने पुलवामा और शोपियां के कई इलाकों में टेरर फंडिग के मामले में भी अपनी छापेमारी दर्ज की है ताकि, अगले ही कुछ हफ्ते में होने वाली ये जी-20 मीटिंग के दौरान इस सूरक्षा में कोई भी चूक न हो सके.