हड़ताली डॉक्टरों पर लाठीचार्ज से बिखरा विपक्ष, अशोक गहलोत सरकार पर लगाए गए आरोप
राइट टू हेल्थ बिल के विरोध के मामले में राजस्थान के प्राइवेट डॉक्टर्स फिलहाल अभी हड़ताल पर हैं.सोमवार को जयपुर में प्रदर्शन को अंजाम दे रहे प्राइवेट डॉक्टर्स पर पुलिस ने जमकर लाठियां बरसाईं. इस घटना से कई डॉक्टर्स घायल हो गए. महिला डॉक्टरों के साथ बदतमीजी का आरोप भी लगाया गया .इस घटना के बाद से ही विपक्षी दलों के नेताओं ने सरकार पर निशाना साधते हुए इसकी निंदा की.
विपक्षी नेताओं का क्या कहना है?
राजस्थान में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने अपने बयान में कहा की तानाशाह मौजूदा गहलोत सरकार में सत्ता का दंभ अपने चरम पर है. सरकार के खिलाफ उठने वाली हर एक आवाज को लाठी से दबाने का प्रयत्न हो रहा है. किसानों, युवाओं और वीरांगनाओं पर लाठीचार्ज करने के बाद अब डॉक्टरों पर भी लाठीचार्ज किया गया.जनता यह सब देख रही है और बहुत जल्द इसका उत्तर भी देगी.”
राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी चीफ और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने अपने बयान में कहा कि, “जयपुर में डॉक्टरों पर हुए लाठीचार्ज की कड़ी निंदा करता हूं. सरकार को तानाशाही रवैया अपनाने के बदले डॉक्टरों के साथ वार्ता करके उनका समाधान निकालने की आवश्यकता है. मगर गहलोत सरकार अपने सत्ता के बलबूते इस तरह हर आंदोलन को लाठी से कुचलने का पूर्णजोर प्रयास करती है जो लोकतांत्रिक व्यवस्था का अवहेलना है. लाठीचार्ज के इस पूर्ण घटना में राजस्थान सरकार को तत्काल प्रभाव से दोषी पुलिस अफसरों व पुलिसकर्मिकों के खिलाफ कार्यवाही करनी चाहिए.”
सरकार से की जा रही है ये मांग…
राज्यसभा सांसद किरोड़ीलाल मीणा ने बताया की “चिकित्सक्सक को ईश्वर का रूप माना जाता है पर प्रदेश की जनविरोधी सरकार ने विधानसभा के समक्ष शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे चिकित्सकों पर पुलिस से लाठीचार्ज करवाकर निंदनीय कृत्य किया है. मैं मांग करता हूं कि चिकित्सकों को सम्मान सुनकर उनकी मांगें को पूरी की जाए.”
जयपुर से ग्रामीण सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने बताया की, “ये प्रॉब्लम कांग्रेस सरकार की ही देन हैं. राजस्थान ने केंद्र की आयुष्मान योजना लागू नहीं की और इसके बदले में अपने लिए जो योजना लाई, वह मरीजों व अस्पताल दोनों के लिए प्रॉब्लम बन गई है.अब इसे सुनने व समझने के बजाय डॉक्टरों पर लाठियां चलवा रही है. निकम्मी सरकार का यह कृत्य घोर निंदनीय है.”
अजमेर उत्तर से बीजेपी विधायक वासुदेव देवनानी ने कहा,”गहलोत सरकार पूर्ण तौर पे तानाशाही पर उतर आई है.सरकार के राइट टू हेल्थ बिल के विरोध में जयपुर में शांतिपूर्ण तरीके से विरोध कर रहे चिकित्सकों पर लाठीचार्ज करना ये घोर निंदनीय कृत्य है.गहलोत सरकार के इस अहंकार और दमनकारी नीतियों का प्रदेश की जनता उचित उत्तर देगी.”