हाथरस मामले मे 2 साल 4 महीने बाद कप्पन कि रिहाई
2 साल 4 महीने जेल में बिताने के बाद कई आरोपों से घिरे सिद्दीकी कप्पन को आखिरकार आज लखनऊ जेल से रिहाई मिल गई हें। आपको बता दे 5 अक्टूबर 2020 को मथुरा टोल प्लाज़ा से सिद्दीकी कप्पन समेत 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया था। जिसके बारे में यूपी पुलिस का कहना था कि सिद्दीकी कप्पन का पीएफआई से कनेक्शन है और चारों आरोपी हाथरस में हिंसा फैलाने के इरादे से ही उत्तर प्रदेश जा रहे थे जहा बीच रास्ते से उनकी गिरफ़्तारी कि गई थी। आपको बात दे कप्पन कि मुश्किल यही खत्म नहीं होती हें। उन्हे अभी भी जेल से छूटने के बाद 6 हफ्तों तक दिल्ली में ही रहना होगा। ओर उसके बाद ही वो केरल जा सकेंगे। इन सबके अलावा भी सिद्दीकी को हर सोमवार पास के पुलिस स्टेशन में जाके हाजिरी देनी होगी। साथ ही उसे अपना पासपोर्ट भी सरेंडर करना होगा। आपको बता दे यह पूरा मामला कप्पन पर गैर कानूनी गतिविधि निरोधक अधिनियम, आईआईटी अधिनियम, और भारतीय दंड विधान की विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया गया था। उस वक्त कप्पन हाथरस में हुए लड़की के साथ गैंगरेप और मर्डर कि घटना को कवर करने ही जा रहे थे। तभी कप्पन समेत 4 लोगों को यूपी पुलिस ने मथुरा से गिरफ्तार किया था। उस वक्त पुलिस ने बयान दिया था कि कप्पन कट्टरपंथी समूह पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) से जुड़े हैं और कप्पन जनता को भड़काने के इरादे से वहां जा रहे है। वही इन सब पे कप्पन का कहना था की वो हाथरस की घटना को बस कवर करने जा रहे थे। आपको बता दे कप्पन आइपीसी की धारा 153ए, 295ए, 124ए,और 120 बी के तहत अब तक जेल में बंद थे। जहा से कप्पन को अब रिहा कर दिया गया हें।