हाईवे बनाने के लिए 12 हजार पेड़ों का किया ट्रांसप्लांट, केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने जताई ख़ुशी
भारत में पहली बार किसी हाईवे को बनाने के लिए 12 हजार पौधों का ट्रांसप्लांट किया गया है. दिल्ली-गुड़गांव एक्सप्रेसवे के निर्माण के दौरान केंद्रीय सड़क परिवहन और हाईवे मंत्री नितिन गडकरी के निर्देश पर पेड़ों को बचाने का ख़ास प्रयास किया गया है. इसके तहत 12,000 पेड़ ट्रांसप्लांट किए हैं और 84% सक्सेस रेट है. एक्सप्रेसवे को हराभरा बनाने के लिए किए गए प्रयासों पर गडकरी ने भी खुशी जताई है. उन्होंने एक संदेश में कहा, ‘मुझे इस बात से बेहद खुशी हुई है कि 12 हजार प्लांट ट्रांसप्लांट किए गए हैं और इस प्रयास में 84 प्रतिशत तक कामयाबी हासिल हुई है.’ उन्होंने कहा, इस बात की खुशी है कि यह ग्रीन एक्सप्रेस हाईवे साबित हो सकता है. केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी की माने तो एक पेड़ के ट्रांसप्लांटेशन में करीब ₹25000 का खर्च आया है.
इस हाईवे को लेकर केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी का का कहना है कि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का कहना है कि दिल्ली और गुड़गांव में रहनेवालों को वर्ष 2022 स्वतंत्रता दिवस से पहले द्वारका एक्सप्रेस का तोहफा मिल जाएगा। उन्होंने गुरुवार को इस प्रोजेक्ट का निरीक्षण करने के बाद यह बात कही। दिल्ली और गुड़गांव के बीच 29 किमी लंबे द्वारका एक्सप्रेस वे का लोग लंबे समय से इंतजार कर रहे हैं। यह एक्सप्रेस वे दिल्ली और गुडगांव को जोड़नेवाले छोटा मार्ग है। इसे भारतमाला परियोजना के तहत 8,662 करोड़ रुपये की लागत से बनाया जा रहा है। इस एक्सप्रेसवे के कई हिस्से अदालती मामलों के कारण लटके रहे और इसके निर्माण की गति धीमी पड़ गई।
जानकारी के मुताबिक फिलहाल गुड़गांव से दिल्ली वाले रास्ते पर रोजाना करीबन 3 लाख गाड़ियां आती जाती है. लेकिन जैसे ही यह द्वारका एक्सप्रेसवे बन कर तैयार होगा केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के मुताबिक दिल्ली से गुरुग्राम के बीच ट्रैफिक करीबन 40 से 50 फीसदी तक कम हो जाएगा.
दिल्ली- गुड़गाँव एक्सप्रेसवे के निर्माण के दौरान हमने पेड़ों को बचाने का ख़ास प्रयास किया है। हमने 12,000 पेड़ ट्रांसप्लांट किए हैं और 84% सक्सेस रेट है। यह एक ग्रीन एक्सप्रेस हाइवे होगा। #PragatiKaHighway pic.twitter.com/7wyXYaoo0L
— Nitin Gadkari (@nitin_gadkari) March 4, 2021
इस एक्सप्रेस वे की ख़ासियत है इसमें 4 लेवल बनाए गए हैं जिसमें टनल अंडरपास, सडक एलीवेडेट प्लाईओवर और फ्लाईओवर के ऊपर फ्लाईओवर बनाए गए हैं. देश की पहली 9 किलोमीटर लम्बी 8 लेन की फ्लाईओवर और उसके साथ 6 लेन की सर्विस रोड भी इस एक्सप्रेस वे का हिस्सा है.
द्वारका एक्सप्रेस वे के इस प्रोजेक्ट में 2 लाख मिट्रीक स्टील लगाया जाएगा जो कि एफिल टॉवर को बनाने में लगे स्टील से 30 गुना ज्यादा है. वहीं 20 लाख क्यूबिक मीटर कंकरीट लगा है जो कि बुर्ज ख़लीफ़ा को बनाने में लगे कंक्रीट से 6 गुना ज्यादा होगा. केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी की माने तो दिल्ली में बढ़ रहे प्रदूषण और ट्रैफिक जाम की समस्या से निपटने के लिए द्वारका एक्सप्रेसवे ऐसे कई सारे और प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है.