26 February 2022: Today’s Top Most 10 Environmental News।Weather news in India।Latest News Update
1.स्टील निर्माण में प्लास्टिक कचरे के इस्तेमाल पर कई कंपनियों कर रही शोध: इस्पात मंत्री
केंद्रीय इस्पात मंत्री राम चंद्र प्रसाद सिंह ने शुक्रवार को कहा कि इस्पात के निर्माण में प्लास्टिक कचरे के इस्तेमाल पर कई कंपनियां शोध कर रही हैं। राम चंद्र प्रसाद सिंह ने राज्यों के खान और उद्योग मंत्रियों के दो दिवसीय सम्मेलन के दौरान कचरे से संपत्ति सृजित करने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण पर भी जोर दिया।
- लू, आंधी या बारिश… दिल्लीवाले घर से निकलने से पहले जान जाएंगे मौसम
भारतीय मौसम विभाग ने ऐसी सर्विस शुरू की है जिसमें आपको राजधानी के अलग-अलग इलाकों में मौसम के मिजाज की हर घंटे की जानकारी मिलेगी। यह जानकारी अगले तीन दिनों की दी जाएगी और इसे हर घंटे अपडेट किया जाएगा। ऐसे में आप अपने सफर को बेहतर तरीके से प्लान कर सकते हैं। राजधानी के 30 और एनसीआर के 13 विभिन्न जगहों के लिए यह सुविधा शुरू की गई है। मौसम विभाग ने लोगों की सुविधा के लिए संवेदनशील क्षेत्रों का एडवांस वॉर्निंग सिस्टम शुरू किया है।
- वायरस को रोकेगा दुनिया का सबसे छोटा एयर प्यूरीफायर, इसे नाक में पहना जाएगा
दुनियाभर के वैज्ञानिक हवा से फैलती बीमारियों और प्रदूषण को रोकने में लगे हुए हैं. इसी कड़ी में आईआईटी दिल्ली के स्टार्टअप ने दुनिया का सबसे छोटा एयर प्यूरीफायर बनाया है. यह ऐसा प्यूरीफायर है जिसे नाक में पहना जा सकता है. इसे तैयार करने वाले वैज्ञानिकों का दावा है कि यह N-95 मास्क जितना असरदार भी है. इसे दुनिया का सबसे छोटा वियरेबल एयर प्यूरीफायर बताया गया है.
- पानी की समस्या से जूझ रहे दिल्ली वालों के लिए खुशखबरी, अरविंद केजरीवाल ने दिया बड़ा आदेश
दिल्ली सरकार ने दिल्ली में हर घर नल में 24 घंटे साफ पानी पहुंचाने के लिए एक योजना बनाई है जिसको लेकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक बैठक की. इस बैठक में जानकारी दी गई कि मॉनसून के दौरान यमुना में आने वाले अतिरिक्त जल को स्टोर कर उसे शुद्ध करके लोगों के घरों तक पहुंचाया जाएगा. इस प्रोजेक्ट को पहले दिल्ली सरकार पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू करेगी.
- दिल्ली के गाजीपुर बूचड़खाने में पर्यावरण उल्लंघन को लेकर एनजीटी चिंतित
नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने राष्ट्रीय राजधानी के गाजीपुर में एक बूचड़खाने द्वारा पर्यावरण उल्लंघन के खिलाफ कार्रवाई करने में अधिकारियों की कई विफलताओं को नोट किया है। एनजीटी पीठ ने 23 फरवरी को पारित एक आदेश में कहा कि बूचड़खाने में अनुपचारित अपशिष्ट का निर्वहन किया जा रहा था और भूजल को अवैध रूप से निकाला जा रहा था।
- मास्क फ्री होने के लिए हो जाएं तैय़ार, आईआईटी दिल्ली के विद्यार्थियों ने तैयार किया एक नया इन्वेंशन
कोरोना महामारी के आने के बाद से सैनिटाइजर और मास्क सबसे जरूरी चीजें बन गई हैं. ऐसे में अब IIT दिल्ली के कुछ छात्रों ने एक बढ़िया इन्वेंशन किया है. बताया गया है कि एक ऐसा एयर प्यूरीफायर तैयार किया गया है जिस की कुछ बूंदें अपने नाक में डालने के बाद आपको मास्क पहनने की जरूरत नहीं रहेगी. इससे आपको शुद्ध हवा में सांस लेने में भी दिक्कत नहीं है और साथ ही ये आपको कोरोनावायरस से भी बचा सकता है.
- 1 जुलाई से राजस्थान में प्लास्टिक उत्पादों पर लगेगा प्रतिबंध, 30 जून से पहले खत्म करना होगा स्टॉक
राजस्थान में एक जुलाई से प्लास्टिक से बने दर्जनों उत्पादों पर प्रतिबंध लगने जा रहा है. पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने वाले इन उत्पादों में डिस्पोजेबल ग्लास से लेकर ईयर बड और प्लास्टिक से बने झंडे-बैनर तक शामिल हैं. केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने इनके उत्पादन, भंडारण, वितरण और इस्तेमाल से जुड़े सभी पक्षों को नोटिस जारी किया है. इसमें 30 जून से पहले इनका स्टॉक खत्म करने को कहा गया है.
- मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज लगाया मौलश्री का पौधा
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान हर रोज समय निकाल कर एक पौधा जरूर लगाते है. इसी कड़ी में आज उन्होंने प्रदेश के कृषि मंत्री श्रीKamal Patelजी और सामाजिक सरोकारों एवं वृद्धजनों की सेवा को समर्पित गौरा जन उत्थान व कल्याण संस्था के साथ स्मार्ट पार्क में बादाम व मौलश्री का पौधा लगाया।
- अगले 5 दिनों तक कई राज्यों में होगी बारिश, छाए रहेंगे बादल; IMD ने जारी किया अलर्ट
मौसम विभाग के मुताबिक, 28 फरवरी से 3 मार्च के बीच पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है. इसके अलावा इन इलाकों में बर्फबारी होने की भी संभावना है. वहीं 2 मार्च को उत्तर-पश्चिम भारत के आसपास के मैदानी इलाकों में भी बारिश हो सकती है. इस दौरान पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और दिल्ली में बारिश होगी.
- ई वेस्ट से कबाड़ी हो रहे मालामाल, पर्यावरण की चिंता करना भूले जिम्मेदार
मध्य प्रदेश के जबलपुर में ई-कचरा प्रबंधन नियम-2016 का पालन नहीं होने से ई-कचरा विधिवत नष्ट होने के स्थान पर कबाडिय़ों को बेचा जा रहा है। नतीजा यह है कि ई-कचरा पर्यावरण के साथ ही सेहत के लिए खतरा बन रहा है। मध्यप्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों पर नजर डाली जाए तो जिले में बीते दो वर्षों में दो-दो टन इलेक्ट्रानिक कचरा का ही कलेक्शन हुआ है।
Source: Different News Website