8 February2021: Today’s Top Most 10 Environmental News।Weather news in India।Latest News Update

1.होशंगाबाद का नाम अब नर्मदापुरम हुआ, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किया ऐलान

मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार ने नर्मदा नदी के बड़े धार्मिक स्थल होशंगाबाद का नाम अब नर्मदापुरम कर दिया है. आज 7 फरवरी को इस का नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया. इस दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा कि नर्मदा नदी को स्वच्छ और निर्मल बनाने के लिए उसके आसपास होने वाली खेती को रासायनिक खेती खत्म की जाएगी और किसानों को प्राकृतिक खेती के लिए प्रेरित किया जाएगा. बीजेपी ने कहा नर्मदा नदी प्रदेश के हर एक व्यक्ति की आस्था का बिंदु है.

  1. थर्मल पावर स्टेशन के प्रदूषण से परेशान लोगों ने आदित्य ठाकरे से लगाई गुहार

पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन के लिए कैबिनेट मंत्री आदित्य ठाकरे मंगलवार को कापरखेड़ा थर्मल पावर स्टेशन (KTPS) का दौरा करने पहुंचे. दौरे पर पहुंचे आदित्य ने कहा कि उन्हें लगातार नागपुर के लोगों की ओर शिकायत मिल रही थी. उनका कहना था कि इलाके में कोयले के दहन से उत्पन्न होने वाले विषैले अवशेष वहां के पर्यावरण को नुकसान पहुंचा रहा है.

  1. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज लगाया मौलश्री और केसिया का पौधा

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हर रोज एक पौधा जरूर लगाते है. इसी कड़ी में आज उन्होंने स्मार्ट उद्यान में सामाजिक संस्था ‘प्रयास’ के साथ मौलश्री और केसिया का पौधा लगाया। आपको बता दें कि पिछले एक साल से शिवराज सिंह चौहान रोजाना एक पौधा लगा रहे हैं. उन्होंने आज से ठीक एक साल पहले आज ही के दिन नर्मदा जंयती पर हर रोज पौधारोपण करने का संकल्प लिया था.

4.गंगा में बहाए गए शवों की संख्या के बारे में कोई जानकारी नहीं: केंद्र सरकार

भारत में कोविड की दूसरी लहर के दौरान, जब कोरोना अपने चरम पर था, तो श्मशानों में जगह न मिलने के कारण लोगों ने कोरोना से मारे गए लोगों के शवों को गंगा में बहा दिया था. नदी में बहते शवों को देखकर देश स्तब्ध रह गया था. इससे न सर्फ देश में कोविड से मृत्यु के वास्तविक आंकड़ों पर संदेह पैदा हुआ, बल्कि पानी से वायरस फैलने का डर भी बढ़ गया था. दस महीने बाद सरकार ने संसद को बताया कि उसे इस बात की कोई जानकारी नहीं है कि कितने शवों को गंगा में फेंका गया था.

  1. पैनल 30 अप्रैल तक दिल्ली में ध्वनि मानदंडों पर रिपोर्ट प्रस्तुत करे: एनजीटी

राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) ने राजधानी दिल्ली में ध्वनि मानदंडों के प्रभावी कार्यान्वयन के कानूनी ढांचे की तैयारी संबंधी रिपोर्ट सौंपने का सक्षम पैनल को 30 अप्रैल तक का समय दिया है। यह विषय ध्वनि प्रदूषण (विनियमन और नियंत्रण) नियम, 2000 (शोर नियम) के वैधानिक आदेश के अनुसार ध्वनि प्रदूषण को नियंत्रित करने में दिल्ली में वैधानिक प्राधिकरणों की विफलता से संबंधित है।

  1. असम के चिड़ियाघर में पैदा हुए रॉयल बंगाल टाइगर के दो शावक

गुवाहाटी के चिड़ियाघर-सह-वानस्पतिक उद्यान में रॉयल बंगाल टाइगर के दो शावकों का जन्म हुआ है. इनके साथ ही चिड़ियाघर में रॉयल बंगाल टाइगर की संख्या 9 हो गई है। वन और वन्यजीव अधिकारियों ने यह भी कहा कि एक काला हिरण, जिसे स्थानीय रूप से कृष्ण मृग के नाम से जाना जाता है उसका भी यहां  सोमवार को जन्म हुआ.

  1. एनजीटी ने हिंदुस्तान जिंक पर 25 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया, तीन महीने के अंदर करना होगा जमा

राष्ट्रीय हरित अधिकरण ने वेदांता समूह की फर्म हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड  पर राजस्थान के भीलवाड़ा जिले में पर्यावरण मानदंडों के उल्लंघन के लिए 25 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है. NGT ने अपने आदेश में कहा कि पर्यावरण कानून के उल्लंघन को हलके में नहीं लिया जा सकता है. एनजीटी ने कहा कि पर्यावरण को हुए नुकसान से हुरदा ब्लॉक में 6 से अधिक पंचायतों के लोग प्रभावित हुए हैं.

  1. दिल्ली में मौसम सुहावना लेकिन प्रदूषण बरकरार, ‘खराब’ कैटेगरी में एयर क्वालिटी

दिल्ली में प्रदूषण का लेवल बीते कई दिन से खराब श्रेणी में दर्ज किया जा रहा है. सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च के अनुसार, सुबह के वक्त दिल्ली का औसतन वायु गुणवत्ता सूचकांक 280 दर्ज किया गया.

  1. धरती की कक्षा में घूम रहा है एस्टेरॉयड, साथ लगा रहा सूरज का चक्कर

वैज्ञानिकों ने एक ऐसा एस्टेरॉयड खोजा है, जो सूरज का चक्कर लगाने के लिए धरती की कक्षा में आता-जाता है. एक किलोमीटर व्यास का यह एस्टेरॉयड लगभग हर 10 महीने में सूरज का चक्कर पूरा कर लेता है. इस एस्टेरॉयड को वैज्ञानिकों ने 2020 XL5 नाम दिया है. इसकी खोज दिसंबर 2020 में हुई थी.

  1. दुबई में प्लास्टिक का इस्तेमाल जेब पर पड़ेगा भारी

संयुक्त अरब अमीरात पूरे देश में बढ़ते प्रदूषण से काफी परेशान है। यही कारण है कि दुबई प्रशासन ने ऐलान किया है कि वह अब प्लास्टिक बैग के इस्तेमाल पर शुल्क वसूलेगी। दुबई प्रशासन की मंशा दो साल के अंदर प्लास्टिक बैग के इस्तेमाल को गैरकानूनी घोषित करने की है। दरअसल, प्लास्टिक बैग के कारण साफ-सुथरी दुबई की खूबसूरती बिगड़ रही है।

Source: Different News Website