8 सामान की सप्लाई चेन की वजह से होता है दुनिया में 50 फीसद प्रदूषण!

8 सामान की सप्लाई चेन की वजह से दुनिया में 50 फीसद प्रदूषण होता है। अगर इनसे होने वाले प्रदूषण को कम करने के उपाय किए जाएं तो सामान की कीमत में मात्र 1 से 4 फीसद तक की वृद्धि हो सकती है, लेकिन दुनिया से प्रदूषण का बोझ काफी कम हो जाएगा.. डब्ल्यूईएफ (वर्ल्ड इकोनामी फोरम) की नई रिपोर्ट  में यह दावा किया गया है, । बोस्टन कंसल्टिंग ग्रुप के साथ मिलकर बनाई गई इस रिपोर्ट का नाम है- नेट जीरो चैलेंज : द सप्लाई चेन अपरच्यूनिटी।

इस रिपोर्ट में आठ ऐसे सामानों की लिस्ट बनाई गयी है जिनके सप्प्लाई चेन से पूरी दुनिया को 50 फीसदी प्रदुषण मिलता है.. और ये हैं फूड, कंस्ट्रक्शन, फैशन, एफएमसीजी, इलेक्ट्रॉनिक्स, ऑटो, प्रोफेशनल सर्विस (बिजनेस ट्रैवल और ऑफिस) और दूसरे फ्रेट की सप्लाई चेन।  इस रिपोर्ट में कहा गया है कि सप्लाई चेन से कार्बन उत्सर्जन कम करने से प्रदूषण के मामले में बड़े बदलाव आ सकते हैं। इससे जलवायु परिवर्तन के खिलाफ जंग जीती जा सकती है। दुनिया का 90 फीसद व्यापार छोटे और मध्यम इंटरप्राइजेज से आता है, जो सप्लाई चेन के साथ मिलकर काम करते हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि किसी कंपनी को चलाने से ज्यादा समान को लोगों तक पहुंचाने में ज्यादा कार्बन उत्सर्जन होता है.. ऐसे में सप्प्लाई चेन के जरिये कार्बन उत्सर्जन पर लगाम लगायी जा सकती है.

इस रिपोर्ट में बताया गया है कि भोजन की सप्लाई चेन 25 फीसद कार्बन उत्सर्जन का कारण है। वहीं निर्माण (सीमेंट, स्टील और प्लास्टिक आदि) से 10 फीसद, फैशन से 5 फीसद, एफएमसीजी से 5, इलेक्ट्रॉनिक्स से 5 फीसद, ऑटो से 2 फीसद, प्रोफेशनल सर्विस से (बिजनेस ट्रैवेल ऑफिस) 2 फीसद और अन्य फ्रेट से 5 फीसद उत्सर्जन होता है। बताया गया है कि अगर 40 फीसद प्रदुषण को कम करने के लिए उपाय अपनाएँ जाए तो इन आठ सामने के दाम में 2 से 4 फीसदी बढ़ोत्तरी होगी..

जिसमें बताया गया है कि अगर बिना पेड़ों की कटाई के खेती की जाये, प्लास्टिक का इस्तेमाल कम किया जाए, किसी इमारत आदि के टूटने से जो विध्वंस अपशिष्ट निकलता है, उसके सीमेंट, एल्यूमीनियम या प्लास्टिक को रिसाइकिल किया जाये, अक्षय ऊर्जा अधिक इस्तेमाल किया जाए, कम ऊर्जा खपत करने वाली मशीनरी का इस्तेमाल, वर्चुअल मीटिंग की जाए तो कार्बन उत्सर्जन में कमी लायी जा सकती है. ये दावा किया गया है डब्ल्यूईएफ (वर्ल्ड इकोनामी फोरम) की नई रिपोर्ट में..
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