खतरनाक:जानिए ब्लैक फंगस को लेकर ताजा अपडेट क्या है?
भारत में कोरोना वायरस के प्रकोप के बीच अब ब्लैक फंगस यानि म्यूक्रोमाइकोसिस के मामलों की संख्या भी बढ़ने लगी है. इसी के मद्देनजर कई राज्यों ने ब्लैक फंगस को पहले ही महामारी भी घोषित कर दिया है. तो चलिए जानते है अभी देश में किस राज्य में ब्लैक फंगस के कितने मामले है और राज्यों की इस मामलें में क्या स्थिति है.
राजधानी दिल्ली
अब तक दिल्ली में ब्लैक फंगस के एक हजार से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं, इसी के साथ दिल्ली इस मामले में सबसे आगे है. दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने जानकारी दी है कि अब तक ब्लैक फंगस के शिकार89 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. वहीं 92 लोग इस बिमारी से ठीक हो चुके है. बाकियों का इलाज जारी है.
पंजाब
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू के मुताबिक, अभी तक ब्लैक फंगस के कुल 300 मामले आए हैं, जिनमें से 23 मरीज ठीक हो चुके हैं, जबकि 234 का अब भी इलाज चल रहा है. वही यहां ब्लैक फंगस से अब तक 43 लोगों की मौत हो चुकी है. राज्य में ब्लैक फंगस के जो 300 मामले आए हैं उनमें से 259 मरीज पंजाब के हैं जबकि 41 अन्य राज्यों के हैं.
हरियाणा
अब तक हरियाणा में ब्लैक फंगस के कुल 927 मामले दर्ज किए गए है, जिनमें से अब तक 75 लोगों की मौत हो गयी है, जबकि 734 से अधिक लोगों का राज्य के विभिन्न अस्पताल में इलाज चल रहा है. इनमें से सबसे अधिक गुरूग्राम जिले से 242, रोहतक से 214 और हिसार से 211 मामले सामने आए है.
उत्तराखंड
उत्तराखंड में ब्लैक फंगस के अब तक 244 मरीज मिल चुके हैं, जिनमें से अभी तक 27 लोगों की मौत हो चुकी है.
हिमाचल प्रदेश
हिमाचल प्रदेश में बीते दिन बुधवार को कोरोना से 29 मरीजों की मौत हो गई, जिनमें से चार मरीज ब्लैक फंगस संक्रमण से भी पीड़ित थे.
मध्य प्रदेश
मध्य प्रदेश के इंदौर में शासकीय महाराजा यशवंतराव चिकित्सालय (MYH) में पिछले 20 दिनों के भीतर ब्लैक फंगस के 32 मरीजों की मौत हो गई है. बता दें कि MYH,राज्य में ब्लैक फंगस का इलाज करने वाला सबसे व्यस्त अस्पताल है, यहां इंदौर के अलावा अन्य जिलों के मरीज भी भर्ती हैं. अस्पताल में कुल 439 मरीज भर्ती हो चुके हैं, जिनमें से 84 लोग ठीक हो चुके है, जबकि 32 लोगों की मौत हो गई.
लगातार बढ़ रहे ब्लैक फंगस के मामलों के चलते इसकी दवा एम्फोटेरिसिन-बी की भी बाजार में कमी हो गई है. हाल ही में दिल्ली हाईकोर्ट ने इस मामले पर सरकार को कड़े निर्णय लेने के निर्देश दिए हैं. कोर्ट ने ब्लैक फंगस के शिकार रोगियों के उपचार में उपयोगी दवा के वितरण पर केंद्र और दिल्ली सरकार से नीति बनाने को कहा है.