उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग और उत्तरकाशी में बादल फटने से भारी तबाही, सीएम ने लिया जायजा
उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग, उत्तरकाशी और चमोली जिलों में बादल फटने से काफी नुकसान होने की खबर सामने आई है. सोमवार को यहां दो अलग- अलग घटनाओं में भारी बारिश के दौरान बादल फटने से कुछ गांवों में मकानों और सडकों को नुकसान पहुंचा है. हालांकि, कहीं से जनहानि की कोई सूचना नहीं मिली है.
पहली घटना रुद्रप्रयाग जिले के नरकोटा की है, जहां बादल फटने से 12 घरों में मलबा घुस गया, जबकि खांकरा में एक ढाबा पानी में बह गया. वहीं, एक बुलेरो और मोटरसाइल की भी हाइवे के किनारे धस कर नीचे खाई में जा गिरी.
बादल फटने की दूसरी घटना उत्तरकाशी में हुई है यहां के चिन्यालीसौड़ में कुमराड़ा और बल्डोगी गांव के पास बादल फटा. इसमें कुमराड़ा गांव में एक मकान पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है, वही दो भैंस और एक बकरी की मौत हो गई. इसके साथ ही चार मकान आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए और खेतों को भी भारी नुकसान हुआ. इतना ही नहीं उत्तरकाशी जिले के मोरी ब्लॉक के फिताड़ी गाव के जंगल में आकाशीय बिजली गिरने से 40 भेड़-बकरियों की मौत हो गई.
वही चमोली जिले के घाट विकासखंड के भेटी गांव में रविवार देर रात आकाशीय बिजली गिरने से एक गोशाला में बंधे पांच मवेशियों की मौत हो गई, जबकि दो मकानों को आंशिक रूप क्षति पहुंची है.
राज्य के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने बादल फटने की खबर का तत्काल संज्ञान लेते हुए संबंधित जिलाधिकारियों से फ़ोन पर बातचीत की और जानकारी ली. सीएम ने उन्हें प्रभावितों को तुरंत राहत और सहायता राशि देने के निर्देश दिए गए हैं साथ ही कहा है कि स्थिति पर लगातार नज़र रखे.
मुख्यमंत्री ने लोक निर्माण विभाग, राष्ट्रीय राजमार्ग और सीमा सड़क संगठन को बंद मार्गों को तत्काल खुलवाने के आदेश दिए ताकि लोगों को परेशानी न हो.बता दें कि मौसम विज्ञान केंद्र ने उत्तराखंड में बारिश और ओलावृष्टि को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया है.