भारत में एंबुलेंस कितने तरीके के होते है? कोरोना पेशेंट के लिए कौन सा एंबुलेंस जरूरी
ये वो वक्त है जब आपको अपने किसी करीबी को अस्पताल ले जाना पड़ सकता है. ऐसे समय में आपको सबसे पहले जो चीज याद आती है वो है एंबुलेंस. अगर आपको भी कभी कोरोना पेशेंट के लिए एंबुलेंस बुलाने की जरूरत पड़ जाए तो आपको ये जरूर पता होना चाहिए कि आपको कौन सी एंबुलेंस बुलानी है.तो चलिए जानते है कि कोरोना मरीजों के लिए कौन सा एंबुलेंस जरूरी है और भारत में एंबुलेंस कितने तरीके के होते है..
भारत में एंबुलेंस सेवा सात प्रकार के होते है
1.बेसिक एंबुलेंस- ये वो एंबुलेंस है जो रोजमर्रा के दिनों में मरीज के सीरियस होने पर बुलाई जाती है. इस एंबुलेंस को बुलाने का मकसद जल्द से जल्द मरीज को हॉस्पिटल पहुंचाना होता है.
2.एमरजेंसी एंबुलेंस/एडवांस एंबुलेंस- इनकी डिमांड कोरोना काल में सबसे ज्यादा बढ़ी है. इस एंबुलेंस में एडवांस मेडिकल संसाधन होती है. इसमें ऑक्सीजन समेत एक मेडिकल स्टाफ की मदद भी शामिल होती है, जिससे रास्ते से ही इलाज शुरू हो सके. ये रोड वैन से लेकर बोट, हेलीकाप्टर या एअर एंबुलेंस के तौर पर भी भारत में बनाई गई हैं.
3.मॉर्चरी एंबुलेंस- ये एंबुुलेंस मृतकों के लिए इस्तेमाल किया जाता है, इस वजह से ये काफी साधारण होता है.
4.न्यूनेटल एंबुलेंस- ये नवजात बच्चों के लिए इस्तेमाल में लाया जाता है, इसमें बच्चों को लेकर काफी सुविधा होती है.
5.पेशेंट ट्रांसपोर्ट व्हीकल- इसके अलावा पेशेंट ट्रांसपोर्ट व्हीकल पांचवां प्रकार का एंबुलेंस होता है इसमें मरीज को एक जगह से दूसरी जगह ले जाया जाता हैं.
6.एअर एंबुलेंस-ये एक शहर से दूसरे शहर में इलाज के लिए यात्रा में मदद करती हैं.आसान भाषा में कहे तो एयर एंबुलेंस वो हवाई जहाज या हेलिकॉप्टर होता है, जिसमें वो सभी सामान और सुविधाएं होती हैं, जो किसी इमरजेंसी स्थिति में समय रहते किसी मरीज की जान बचाने के लिए उसे एक स्थान या अस्पताल से दूसरे अस्पताल ले जाने के लिए जरूरी होता है. खासतौर पर, मरीज की गंभीर स्थिति में कम समय में ज्यादा लंबी दूरी तय करने और सड़क मार्ग पर होने वाली भीड़भाड़ से बचने के लिए एयर एंबुलेंस का इस्तेमाल किया जाता है.
7. वेंटीलेटर एंबुलेंस- इस एंबुलेसं की मांग भी कोरोना काल में बहुत ज्यादा बढ़ी है. ये वो एंबुलेंस होती हैं जो कंपलीट आईसीयू बैकअप के साथ तैयार होती हैं. इसमें एडवांस लाइफ सपोर्ट से जुडे सभी संसाधन मौजूद होते हैं. हालांकि ये एंबुलेंस एमरजेंसी एंबुलेंस से काफी महंगे हैं और कहे तो आम आदमी की पहुंच से काफी आगे.
डॉक्टरों के मुताबिक, कोरोना मरीजों के लिए एमरजेंसी एंबुलेंस सबसे अच्छा विकल्प है. कई बार लोग एंबुलेंस के मारामारी के बीच पेशेंट को अपने कार या किसी अन्य साधन से ही अस्पताल ले जाने लगते है, ऐसे लोगों को सलाह है कि वो पहले एंबुलेंस ही प्रिफर करें. ताकी आपको अगर किसी नजदीक के हॉस्पिटल में बेड नहीं मिलता है तो आप मरीज को कहीं भी ले जा सके. मरीजों को ले जाने के लिए एंबुलेंस इसलिए भी जरूरी होती है क्योंकि इन एंबुलेंस के लिए रोड पर अलग प्रोटोकॉल होता है और इन्हें बहुत सारी छूट दी जाती है. आशा करते है कि इस लेख को पढ़ने के बाद आपको एंबुलेस से जुड़ी सारी जानकारी मिल गई होगी….