खुलासा: चीनी हैकरों के निशाने पर है भारत की पावर सप्लाई!
चीन हर हाल में भारत को दबा कर रखना चाहता है… इसके लिए चीन किसी भी हद तक जा सकता है.. ये सिर्फ कहने की बात नही है बल्कि अगर आप हमारे इस लेख को ध्यान से पढ़ेगे तो आप भी यही कहेंगे कि चीन…कितना बेईमान है.
आगे बढ़ने से पहले यहाँ आपको ये बताना और याद दिलाना जरूरी है कि पिछले साल 12 अक्टूबर को मुंबई में कई घंटों तक पूरे शहर की बिजली गायब हो गयी थी. अब जो खबर सामने आ रही है उसके मुताबिक़ मुंबई में बिजली गायब होने के पीछे चीन का ही हाथ था. ऐसा क्यों कहा जा रहा है…आइये समझते हैं.
दरअसल सीमा पर जारी चीन के साथ तनातनी के बीच चीन भारत को हर तरीके से बैकफूट पर धकेलना चाहता है.. भारत सीमा पर आक्रामक रवैया न अपनाए इसलिए चीन ने अपने हैकर्स समूह रेड इको के जरिए भारत के बिजली तंत्र पर मालवेयर शेडो पैड के जरिए ये हमला किया था.
मुंबई में गुल हुए बिजली के बारे में बिजली मंत्रालय ने भी सोमवार को स्वीकार किया कि इस साइबर अटैक को लेकर सीईआरटी ने बिजली कंपनी को 19 नवंबर 2020 को इस बारे में मेल भेज कर आगाह किया था.. मंत्रालय ने बताया कि 19 नवंबर को कंप्यूटर इमर्जेंसी रिस्पांस टीम यानी CERT से मिले मेल को देशभर के बिजली आपूर्ति केंद्रों को भेज दिया गया था और सभी बिजली केन्द्रों पर इस खतरे से निपटने के उपाय किए गये थे.
बिजली मंत्रालय के अनुसार इसके बाद (National Critical Information Infrastructure Protection Centre) NCIIPC ने 12 फरवरी को मेल के जरिए जानकारी दी थी कि चीन के सरकार के समर्थन से चलने वाले हैकर्स समूह रेड इको ग्रुप ने भारत के कई क्षेत्रों के बिजली वितरण केंदों व राज्य वितरण केंद्रों के सिस्टम में मालवेयर वायरस भेजकर इसे ठप करने की साजिश रची है…मंत्रालय ने कहा कि हमले की जानकारी मिलते ही एहतियातन कदम उठा लिए गये थे.
चीन ने भारत की बिजली आपूर्ति ठप करने के लिए शेडो पैड नाम का मालवेयर वायरस तैयार किया था. इसे देश के बिजली आपूर्ति सिस्टम में घुसाकर पूरे देश की बिजली आपूर्ति ठप करने की साजिश थी.
मुंबई में कई घटों तक गायब हुई बिजली में भी चीन का हाथ था…न्यूयार्क में छपी रिपोर्ट में ये बात कही गयी है. महाराष्ट्र के बिजली मंत्री नितिन राउत ने बताया कि जब मुंबई में बिजली गुल हुई तो मुझे लगा था कि कुछ न कुछ गड़बड़ है. इसकी जांच के लिए तीन कमेटी बनाई गई थी. अब इस बारे में आई मीडिया रिपोर्ट सही लग रही है. इस बारे में साइबर सेल ने राज्य के गृह मंत्री अनिल देशमुख को अपनी रिपोर्ट दे चुकी है.