दुनिया में जलवायु परिवर्तन की रफ्तार चेंज हुयी, कहीं आग का कहर तो कहीं बाढ़ से तबाही
दुनिया में एक अजीब सी तबाही मची हुयी हैं और ये सब सामान्य घटनाएं नहीं हैं. इस तरह की आपदाओं का अनुमान किसी ने भी नहीं किया था. अगर आपको ये लग रहा कि ये घटनायें बहुत है तो ये आपकी बहुत बड़ी गलतफहमी है. क्या आपको पता हैं की आने वाली प्रलय का मंजर कैसे होगा. अगर नही तो चलिए जानते हैं इस वीडियो में.
भारत की बात करें तो बेमौसम गर्मी और बरसात भारत के कई इलाकों को परेशान कर रही है तो वही बाढ़ और बारिश से लोगों की जान जा रही है. केरल में अक्टूबर के महीने में बाढ़ से कम से कम 42 लोगों की मौत हुयी. तो दूसरी तरफ अक्टूबर में ही उत्तराखंड में बाढ़ आई. आपको बता दे बारिश और भूस्खलन से इस साल 100 से ज्यादा लोगों की मौत हुयी हैं. इसके आलावा अक्टूबर महीने में गंगा भी का भी उफान पर होना असामान्य हैं.
हमारे पुरखो ने प्रलय को लेकर अलग अलग द्रश्य हमे दिखाए हैं. लेकिन अब आपको असली हकीकत के बारें में पता चल जायेगा क्योकि समुद्र का जल स्तर अब बढ़ रहा है. इसके अलावा साल की शुरुआत में ही स्पेन की राजधानी मेड्रिड में रिकॉर्ड तोड़ बर्फबारी हुई. जिससे पारा लुढ़कर माइनस 25.4 डिग्री सेल्यिस तक पहुंच गया. मेड्रिड में पिछले 50 सालों के दौरान अब जाकर रिकॉर्ड तोड़ बर्फबारी हुई है.
फरवरी का महीना वैलेंटाइन डे वीक 2021, शीतकालीन प्रकोप ने, न केवल दक्षिणपूर्व टेक्सास में बर्फ़, ओले और बर्फ़ीली बारिश लायी, बल्कि कई दिनों तापमान को भी गिरा दिया. हालत ये हो गयी की भीषण बर्फबारी के कारण पूरे टेक्सास में लगभग 5 दिनों तक लोग बिना बिजली और पानी के घरों में कैद रहे थे. इस भीषण आपदा के कारण लगभग 60 लोगों की मौत हो गई थी.
अब हम आपको बताएगें ग्लोब के दूसरे हिस्से में के बारें में. जहाँ चीन की राजधानी बीजिंग में पिछले 10 सालों का सबसे खतरनाक सैंडस्टॉर्म यानि धूल भरी आंधी आई. 15 मार्च 2021 को आए इस तूफान के कारण पूरा बीजिंग शहर पीले रंग की रोशनी से छिप सा गया. कई इलाकों में तो ये हालत हो गयी की उन्हें लाइट्स जलानी पड़ी.
बात यहीं खत्म नही हुयी. जुलाई 2021 में रिकॉर्ड तोड़ बारिश के कारण यूरोप की कई नदियों के किनारे टूट गए थे. नदियों का पानी शहरों में तेजी से फैलने लगा. ऐसा माना जाता हैं की इससे यूरोप को करीब 70 हजार करोड़ के नुकसान हुआ. इस बाढ़ की चपेट में आकर 200 लोगों ने अपनी जान भी गंवा दी.
अब बात करते हैं अगस्त के महीने की जिसमे ग्रीस, तुर्की, इटली, स्पेन और लेबनान के जंगल एक-एक कर जलने लगे. इस साल अमेरिका के कैलिफोर्निया स्टेट को लगातार दूसरे बरस अपने इतिहास की सबसे खतरनाक व्हाइट फायर यानी जंगली आग का सामना करना पड़ा.
STORY BY – UPASANA SINGH