Weather Update: दिल्ली-NCR में बारिश के बाद बदला मौसम, जानें आपके राज्य में कैसा रहेगा मौसम
दिल्ली एनसीआर में अचानक से मौसम बदलने से गर्मी से राहत मिली है. दिल्ली और इससे सटे राज्यों में सोमवार की देर रात से शुरू हुई तेज आंधी और बारिश मंगलवार की सुबह तक जारी रहा. यहां रुक-रुक कर बारिश होती रही. दिल्ली और नोएडा के कई इलाकों में कई घंटों तक धूल भरी तेज आंधी चली और बाद में तेज़ बारिश ने पूरे शहर को भिगो दिया. आलम ये रहा कि दिल्ली-एनसीआर में रात में आई तेज आंधी की वजह से कई इलाकों में पेड़ गिरने की भी खबर है.
हालांकि कई घंटों तक हुई बारिश के कारण दिल्ली एनसीआर का मौसम सुहावना हो गया है. तापमान में गिरावट दर्ज होने के साथ साथ उमस भरी गर्मी से राहत भी मिली है. मौसम विभाग ने कहा है कि बारिश का ये सिलसिला अगले 2-3 दिन जारी रहेगा. उसके बाद तापमान में बढ़ोतरी देखी जाएगी जिससे लोगों को एक बार फिर गर्मी से बेहाल होना पड़ सकता है.
इस बीच मौसम विभाग ने जानकारी दी है कि दिल्ली में मई महिने में औसतन अधिकतम तापमान 37.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. ये साल 2008 के बाद सबसे ठंडा मई का महीना रहा. यही नहीं, चिलचिलाती गर्मी के लिए जाने जाने वाले दिल्ली में इस साल मई के महीने में लोगों को एक बार भी लू से सामना नहीं हुआ. मौसम विभाग के मुताबिक जून के पहले सप्ताह में भी लू की संभावना नहीं है.अगले कुछ घंटों में उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में तेज हवाएं चलने और बारिश होने का अनुमान है.मौसम विभाग के अनुसार हरियाणा और राजस्थान में कई जगहों पर तेज हवाओं के बीच गरज के साथ बारिश होने की संभावना है.
झारखंड में प्री मानसून बारिश हो सकती है. तीन जून तक झारखंड के विभिन्न हिस्सों में वज्रपात की आशंका है और इस दौरान बारिश हो सकती है.झारखंड में 15 जून तक मानसून के दस्तक देने की संभावना है.मौसम वैज्ञानिकों का दावा है कि बिहार में मॉनसून का प्रवेश 12 जून तक हो जायेगा. केरल में एक दो दिनों में दक्षिणी पूर्वी मानसून की एंट्री होने की संभावना है.
वही अगर बात पहाड़ी राज्य के मौसम की करें तो उत्तराखंड के कई जिलों में भारी बारिश की संभावना है. मौसम विभाग ने कुछ इलाकों में येलो तो कहीं ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. एक जून को देहरादून, नैनीताल, पिथौरागढ़ और बागेश्वर में तेज बारिश होगी. आज हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में भारी बारिश देखने को मिली. तेज हवाओं की वजह से कई जगहों पर पेड़ उखड़ गये और रास्ता बाधित हो गया.